काठमांडू – नेपाल में शुक्रवार आधी रात से ठीक पहले आए 6.4 तीव्रता वाले भूकंप के तेज झटकों के कारण हिमालयी देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 140 लोगों की मौत हो गई, कई अन्य लोग घायल हो गए और सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
यह नेपाल में 2015 के बाद सबसे विनाशकारी भूकंप है। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप आधी रात 11 बजकर 47 मिनट पर आया, जिसका केंद्र जाजरकोट जिले में था।
नेपाल में 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों के कारण लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी और 22,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हालिया भूकंप 2015 के बाद से देश में आया सबसे विनाशकारी भूकंप है। भूकंप का असर काठमांडू और इसके आसपास के जिलों और यहां तक कि पड़ोसी देश भारत की राजधानी नयी दिल्ली तक में महसूस किया गया।
नेपाल सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी के अनुसार, नेपाल सेना ने भूकंप के तुरंत बाद घटना स्थल पर बचाव कार्य करने के लिए शुक्रवार को अपने कर्मियों को तैनात किया।सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिले भूकंप के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुए।प्रधानमंत्री सचिवालय ने बताया कि जाजरकोट और रुकुम में भूकंप के कारण मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 140 हो गई है और इतने की लोग घायल हुए है। मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका है।