रायपुर – ईडी ने एक आरोपी के बयान के हवाले से आरोप लगाया है कि महादेव सट्टा एप के प्रमोटरों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रूपए दिए है। ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट में इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए कई आरोप लगाए गए हैं। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इससे बड़ा मजाक हो नहीं सकता। किसी आरोपी को पकड़कर उस पर दबाव डालकर बयान लेने का मतलब नहीं है।
ईडी का प्रेस नोट-कही ये बात
महादेव सट्टा एप मामले में ईडी के अफसरों ने भिलाई के जिस कार चालक असीम दास उर्फ बप्पा दीवान के कब्जे से 5 करोड़ 39 लाख रुपए जब्त की है, इसके साथ ही अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा 15 करोड़ 59 लाख रुपए फ्रीज कर दिया है। ईडी ने कार चालक असीम दास उर्फ बप्पा दीवान तथा सुपेला थाने में तैनात आरक्षक भीम सिंह यादव को गिरफ्तार कर अजय सिंह राजपूत की पीएमएलए कोर्ट में पेश कर पूछताछ करने सात दिनों की 10 नवंबर तक रिमांड पर लिया है। अकाउंट में जमा राशि फ्रीज करने तथा रकम सीज करने के बाद ईडी ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए महादेव सट्टा की रकम कांग्रेस के शीर्ष स्तर के नेताओं तक पहुंचने का आरोप लगाए हैं।
ईडी के वकील डॉ. सौरभ पाण्डेय के मुताबिक महादेव सट्टा एप मामले में असीम की इनोवा कार, होटल तथा उसके भिलाई स्थित निवास से रकम जब्ती की गई थी। साथ ही महादेव सट्टा एप से संबंधित अलग-अलग बैंक खातों में जमा 15 करोड़ 59 लाख रुपए फ्रीज कर दिया है। ईडी के अफसरों ने जिस कार चालक से रुपए जब्त किए थे, उसे तथा सुपेला थाने में तैनात सिपाही भीम सिंह को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अजय सिंह राजपूत की पीएमएलए कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए सात दिनों के लिए 10 नवंबर तक रिमांड पर लिया है।
जब्त रकम नेताओं तक पहुंचाने के लिए दिए गए
महादेव सट्टा एप मामले में रकम जब्ती के बाद ईडी ने शुक्रवार को एक प्रेस नोट जारी किया है। ईडी द्वारा जारी प्रेस नोट के मुताबिक रकम जब्ती के बाद असीम से पूछताछ की गई तो, उसने स्वीकार किया कि उसे महादेव सट्टा एप से जुड़े प्रमोटरों ने उक्त रकम चुनाव में राजनेताओं तक पहुंचाने के लिए दिए गए है।
मुख्यमंत्री भूपेश बोले इससे बड़ा मजाक नहीं,पूर्व सीएम रमन बोले पकड़े जाने का डर था,इसलिए CRPF पर आरोप लगा रहे थे
जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है.
‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है.
ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है. अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा: आज ईडी द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर महादेव एप घोटाले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर लगे 508 करोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजा जब चोर हो जाता है तो जुएँ-सट्टे वालों से भी ₹508 करोड़ का कमीशन खाने लगता है।
छत्तीसगढ़ की तिजोरी में ड़ाका डाला वो क्या कम था कि प्रदेश के युवाओं को जुएँ-सट्टे की लत लगाने वालों से अपना हिस्सा भी बटोरने लगे दाऊ भूपेश बघेल?
अब समझ आया कि आप ED से इतना क्यों डरते थे क्योंकि आप सिर्फ अपराधियों के संरक्षक नहीं बल्कि खुद में इस जुर्म में शामिल रहे हैं।
साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को पकड़े जाने का डर पहले से था इसलिए ईडी और सीआरपीएफ पर आरोप लगा रहे थे और ध्यान भटकाकाने तथा पकड़े जाने के बाद के बहाने तैयार कर रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले से ही लगातार महादेव सट्टा एप के तार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सचिवालय से जुड़ रहे थे और अब तो स्पष्ट हो गया कि इन सब में भूपेश की सीधी सलिप्तता है और यह भी स्पष्ट हो गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इतना अति आत्मविश्वास क्यों रहता है कि चुनाव जीत जाऊंगा क्योंकि यह तो एक महादेव एप है जहां से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 508 करोड़ की अवैध राशि इकट्ठा की है न जाने ऐसे ही और कितने जगहों से उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसा इकट्ठा किया है।