Saturday, July 27, 2024
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बिरझू तारम की अंतिम यात्रा में मोहला-मानपुर पहुंचे भाजपा नेता

अब छत्तीसगढ़ की जनता को यह निर्णय करना है कि उन्हें कानून व्यवस्था चाहिए या ऐसे आतंक का वातावरण?: पूर्व सीएम

मोहला-मानपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कल मोहला-मानपुर में हुई भाजपा नेता बिरझू तारम की हत्या पर दुख जताया उसके साथ ही लगातार हो रही हिंसा और भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग के लिए कांग्रेस सरकार को दोषी बताया उन्होंने कहा कि “हिंदुस्तान ज़िंदाबाद” बोलने पर भिलाई में जान से मार दिया।
“माता दुर्गा की प्रतिमा” स्थापित करने पर मोहला मानपुर में जान ले ली।
“एक वर्ग विशेष” का अत्याचार नहीं सहा तो बीरनपुर में बलिदान हो गये।
भाजपा के ध्वज तले जनता की आवाज़ उठाई तो बस्तर में हत्या कर दी।लेकिन यह सरकार कहती है कि “भरोसा” करो, आख़िर किस बात का भरोसा?अब छत्तीसगढ़ की जनता को यह निर्णय करना है कि उन्हें कानून व्यवस्था चाहिए या ऐसे आतंक का वातावरण? इसके साथ ही आज वे मोहला-मानपुर पहुंचकर बिरझू तारम की अंतिम यात्रा में शामिल हुए साथ ही परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

बिरझू तारम की हत्या छत्तीसगढ़ की क़ानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिन्ह है: मांडवीय

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडवीय भी मोहला मानपुर पहुँचे और उन्होंने दिवंगत बिरझू तारम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक व्यक्त कर परिजनों को ढाढ़स बँधाया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय ने कहा कि भाजपा नेताओं की इस प्रकार टारगेट किलिंग की घटना बेहद चिंताजनक स्थिति है। इस कठिन समय में पूरी भारतीय जनता पार्टी शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है।पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी कहा कि अभी कल ही बात थी बिरझू तारम से मुलाकात हुई और आज माँ दुर्गा का एक बेटा पंचतत्व में विलीन हो गया। उन्हें अश्रुपूरित विदाई देकर परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त की।

आज मैं सभी अलोकतांत्रिक ताकतों को चुनौती दे रहा हूँ कि अब ऐडी-चोटी का जोर लगा लेना क्योंकि मोहला-मानपुर की जनता के आँखों से बहा एक-एक आँसू तुम्हें ख़ाक में मिला देगा। पूरे मामले के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन परिस्थितियों में हत्या की गई उससे स्पष्ट है कि यह टारगेट किलिंग का मामला है और राजनीतिक षड्यंत्र इसके पीछे है।
एक प्रकार से सार्वजनिक रूप से जब धमकी दी जाती है, हत्या करने की, मार डालने, की हाथ पैर तोड़ने की धमकी दी जाती है, दुर्गा की प्रतिमा को खंडित किया जाता है, दुर्गा की प्रतिमा को पुनर स्थापित के बाद गोली मारने की बात कही जाती है और इस प्रकार की घटना विधायक की उपस्थिति में होता है, यह इस सरकार के लिए, प्रशासन के लिए शर्म की बात है।

पूरी घटना के मालूम होने के बाद भी जब लोगों को धमकी दिया गया, शिकायत हुआ, एफआईआर दर्ज करवाई गई इसके बाद भी प्रशासन मौन रही और सुरक्षा देने में असफल रही। यह राजनीतिक हत्या है और इसके पीछे कहीं न कहीं षड्यंत्र है।

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