टिकट कटने के बाद दी प्रतिक्रिया
रायपुर – छत्तीसगढ़ के उत्तरी छोर पर बसे रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पति ने डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव पर बड़ा आरोप लगाया है। बृहस्पति सिंह ने कहा कि, छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनना चाहते हैं टीएस सिंहदेव। वे 15 से 20 विधायक बीजेपी में लेकर जा सकते हैं। मैंने इसकी जानकारी कांग्रेस हाई कमान को दी है। उनके इस बयान से छत्तीसगढ़ की सियासत में हड़कंप मच गया है।
टिकट कटने को लेकर पूछे जाने पर कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि, हो सकता है कि हाई कमान ने कुछ सोच-समझकर नया प्रयोग करके फैसला लिया होगा। मेरे टिकट को काटने को लेकर जो मुझे पता चला है और मेरे मुताबिक 25 सालों से यह सीट बीजेपी के कब्जे में थी। 2013 में गृहमंत्री को हमने 12600 वोटों से हरा कर आये थे और 2018 में 34916 वोटों से हराया था। हमने बहुत बेहतर काम किया था, अपने कार्यकर्ताओं को लेकर चले, बड़े नेताओं को लेकर चले। जहां सरपंच को लेकर कम्पटीशन हो जाता है, लेकिन 10 साल मेरे विधायक रहने के बाद मेरे क्षेत्र में कोई कार्यकर्त्ता मेरे विरोध में नहीं उतरा और ना ही कैंडिडेट बनने को तैयार हुआ।
उनके आरोप पर भी कांग्रेस चुप रही थी… क्यों
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि, टीएस सिंहदेव को अंबिकापुर से हमारे खिलाफ खड़ा करने के लिए 20 साल पहले एक बीएमओ हुआ करते थे। वे जशपुर के रहने वाले हैं, अंबिकापुर में डॉक्टर हैं और 10 साल से महापौर हैं उनको वहां उतारना पड़ा। तो निश्चित ही वहां के लोगों के साथ घोर अन्याय हुआ है और मुझे देखकर यह बड़ा आश्चर्य होता है और घुटन सी महसूस होती है कि, पंचायत मंत्री रहते हुए टीएस सिंहदेव चार पन्ने का इस्तीफा लिखते हैं। अपने इस्तीफे में वे कांग्रेस सरकार यह आरोप लगाते हैं कि, आपने 7 लाख आवास का पैसा नहीं दिया इसलिए मै इस्तीफा दे रहा हूं। उनके इस आरोप को लेकर 6 महीने लगातार बीजेपी ने सड़क से लेकर सदन में कांग्रेस को घेरने में कोई कमी छोड़ी थी। इतना होने के बाद भी पता नहीं हाई कमान ने इस पर संज्ञान क्यों नहीं लिया।
खड़गे जी और सोनिया जी के बयान को दी चुनौती
टीएस सिंहदेव को लेकर उन्होंने आगे कहा कि, आप सभी ने देखा होगा की पूरे देश के नेताओं ने सेमिनार किया, छत्तीसगढ़ में सेमिनार में खड़गे जी, सोनिया जी, प्रियंका जी और राहुल जी सब ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में हमने जनता से जो वादा किया था लगभग वह सब पूरे कर दिए हैं। शीर्ष नेताओं के इस बयान के चार दिन बाद टीएस सिंहदेव सारे कांग्रेस के नेताओं को यह चुनौती देते हुए कहते हैं कि, हमने छत्तीसगढ़ में जो 36 वादे किये थे उसमे से 12 ही वादा पूरा किये हैं। ऐसा कहकर उन्होंने खड़गे जी, सोनिया जी और सबको चुनौती दे दिया था, इसके बाद भी सारे नेता मौन रहे और पता नहीं क्यों कार्यवाही नहीं की गयी ये मेरी समझ के परे है।
प्रधानमंत्री की तारीफ कर हाई कमान को दी चुनौती
विधायक बृहस्पति सिंह ने आगे कहा कि, अबकी बार 75 पार… इसको खड़गे जी, सोनिया जी और सभी ने यही कहा था। टीएस सिंहदेव ने उसको भी चुनौती देते हुए कहा कि, 50 से 58 सीट ही हम इस चुनाव में जीत पाएंगे। ऐसा कहकर उन्होंने शीर्ष नेतृत्व को चुनौती देने का काम किया था, लेकिन बाद भी पता नहीं क्यों कांग्रेस मौन क्यों रही, मुझे यह बात समझ में नहीं आती है। प्रधानमंत्री के दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, लगातार प्रधानमंत्री जी का रायगढ़ में दौरा हुआ, जिसमें खडगे जी से लेकर लगातार राहुल जी यह आरोप लगा रहे हैं कि, मोदी जी जहां कांग्रेस की सरकारें है वहां पक्षपात कर रहे हैं। ईडी और सीबीआई द्वारा दबिश डलवाकर हमें तंग कर रहे हैं। जेल भेज रहे हैं परेशान कर रहे हैं और हमारे राज्य के विकास के पैसे भी रोक रहे हैं, जिससे विकास में बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसी स्थिति पर टीएस सिंहदेव ने खुलेआम मंच पर कहा कि, मोदी जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। सभी राज्यों के मुकाबले छत्तीसगढ़ में बहुत बढ़िया काम मोदी जी ने किया है और आगे भी करते रहेंगे। ऐसा कहकर डिप्टी सीएम ने कांग्रेस हाई कमान चुनौती दी है। इसके बाद भी कांग्रेस हाई कमान मौन क्यों रहा.. यह सोचने की बात है कि उनके खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं हुई।
प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस-बीजेपी आपस में कर रही सेटलमेंट
उन्होंने आगे कहा कि, गृहमंत्री अमित शाह खुलेआम मंच से उनकी बड़ाई कर रहे हैं, यहां बीजेपी उनके खिलाफ उमीदवार भी नहीं उतार रही है। यदि बीजेपी उतारेगी भी टीएस सिंहदेव यह तय करेंगे की उनके खिलाफ डमी कैंडिडेट कौन खड़ा होगा, उसको उतारा जायेगा। इसी एवज में हमारे क्षेत्र में भी रामविचार नेताम समझौता किये हैं कि डमी कैंडिडेट हमारे क्षेत्र में देने के लिए नहीं मिला उनको तो बाहर से ले जा कर डमी कैंडिडेट देकर उन्हें जिताने का काम किया। बड़ी आश्चर्य वाली बात है यह क्या खेल चल रहा है। नेताम जी को जिताने के लिए टीएस सिंहदेव मोदी जी से बात कर वहां डमी कैंडिडेट भेज रहे हैं। मोदी जी और अमित शाह जी खुद इनको डमी कैंडिडेट दे रहे हैं, ताकि टीएस सिंहदेव जीत जाएं। बृजमोहन अग्रवाल को जिताने के लिए रामसुन्दर दास को डमी कैंडिडेट दे रहे हैं, रमन सिंह को जिताने के लिए गिरीश देवांगन को भेज रहे हैं, ताकि रमन सिंह जीतकर आ सकें। यह क्या खेल हो रहा है, यह समझ के परे है… यह बड़े नेताओं के बड़े राज हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति में ऐसा पहली बार हो रहा है कि, बड़े नेता आपस में बड़े ढंग से सेटल कर रहे हैं।
हाई कमान को डर.. महाराज के चक्कर में कहीं छत्तीसगढ़ ना चला जाय
टिकट कटने पर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, टीएस सिंहदेव बड़े नेता हैं। टीएस सिंहदेव से कांग्रेस डर गयी है कि, ठोको ताली वाले के चक्कर में पंजाब चला गया…. ग्वालियर महाराज की वजह से मध्यप्रदेश चला गया…. सरगुजा महाराज के चक्कर में कहीं छत्तीसगढ़ ना चला जाय। टीएस सिंहदेव के बालहठ के कारण उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया। कांग्रेस आज टीएस सिंहदेव के सामने झुक चुकी है। कांग्रेस को डर है कि यदि इन्हें सीएम नहीं बनाया गया तो ये महाराष्ट्र के शिंदे के जैसे 15-20 विधायक लेकर भाजपा में चले जायेंगे और इनकी वही तैयारी चल रही है।