रायपुर – विधानसभा चुनाव के ठीक दूसरे ही दिन से लगातार कांग्रेस ने तो प्रत्याशियों से फीडबैक लेकर अपनी समीक्षा का दौर प्रारंभ कर दिया है, कांग्रेस यह जानने में जुटी है कि उसकी कितनी सीट मिल रही और सरकार बनेगी या नहीं। लेकिन भाजपा ने अभी तक प्रत्याशियों के साथ बैठकर मंथन नहीं किया है, भाजपा की ऐसी कोई योजना भी नजर नहीं आ रही है। भाजपा काे इस बात का भरोसा है कि उसकी सरकार बन रही है। वैसे विधानसभा वार जरूर समीक्षा का दौर चल रहा है। इस समय भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर राजस्थान चुनाव में व्यस्त हैं। 25 नवंबर के बाद ही उनका यहां आना संभव होगा, तब प्रदेश स्तर पर फीडबैक लेने के लिए बैठक करने पर कोई फैसला होगा।
विधानसभा चुनाव में अचानक चुनाव के पखवाड़े भर पहले प्रदेश में ऐसी फिजा बदली कि जो भाजपा चुनाव में ज्यादा दमदारी से मुकाबले में नजर नहीं आ रही थी, वह बड़ी दमदारी से मुकाबले में आ गई। इसके बाद मतदान हुआ तो अब भाजपा को भरोसा हो गया है कि उनकी सरकार बन रही है। भाजपा काे मुकाबले में लाने की रणनीति बनाने का बड़ा काम केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया है। मतदान के बाद भाजपा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जो फीडबैक मिला है, उसमें भाजपा की सरकार बनने का दावा किया गया है।
विधानसभा वार समीक्षा
भाजपा ने मतदान के बाद अब तक प्रदेश स्तर पर किसी भी तरह की बैठक लेने का कोई फैसला नहीं किया है। इसके पीछे का कारण यह है कि एक तो भाजपा यह मानकर चल रही है कि उसको 50 के आस-पास सीटें मिल रही हैं, इसी के साथ इस समय भाजपा के सभी राष्ट्रीय नेता दूसरे राज्यों के चुनाव में व्यस्त हैं। इस समय विधानसभा वार समीक्षा का दौर जरूर चल रहा है। इसमें देखा जा रहा है कि किस विधानसभा में किस बूथ में कितने मत मिले हैं। भाजपा विधानसभा के बूथों में बैठे अपने प्रतिनिधियों से रिपोर्ट ले रही है। इस रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि कहां पर भाजपा जीत रही है और कहां पर हार मिल रही है। इस रिपोर्ट के बाद ही प्रदेश स्तर पर होने वाली बैठक में इस रिपोर्ट को रखा जाएगा।